अहैलेल हे हमर पिरिय सङीसब, परमेस्वर अपनासबके देल यि परतिग्या अनुसार देह आ आत्माके असुध बनाबैबला हर किसिमके बातसे अपनासब दुरे रह आ परमेस्वरके डर मानैत औरो पबितर हैत चल।
कथिलेत पापी स्वभाबके ललसा पबितर आत्माके आ पबितर आत्माके ललसा पापी स्वभाबके बिरोध करैछै। यि दुनु एक दोसरके दुस्मन चियै आ तोरासबके करैले चाहल बात कहियो पुरा हैले नै देतौ।
अतबे नै उ असल काम करलाके खातिर सब दिसनसे आदर पावलके हैकेचाही। उ आपन बेटा-बेटीके निक जखा लालन-पालन करने आ मेजमानसबके सेबा-सत्कार करने रहल हैकेचाही। उ परमेस्वरके पबितर जनसबके टाङ धुवाइने आ दुखमे परलहासबके मदत करने रहल हैकेचाही। अहिने औरो असल असल काम करने रहल हैकेचाही।