तैखातिर हम तोरासबके यि बात बुझ कैहके चाहैचियौ, कि परमेस्वरके आत्माके अगुवाइमे चलैबला कोइ नै “येसु सरापित हेबे” कहतै आ पबितर आत्माके अगुवाइसे मातरे कोनो लोक “येसुवे परभु चियै” कैहके आपन मुहसे सुइकार करैले सक्तै।
जे सैतानके जित्तै, उ अनङ उजर बस्तर लगाइतै आ ओकर नाम हम जिबनके किताबसे कहियो नै मिटकाइबै। उ हमर लोक चियै कैहके आपन पिता आ ओकर स्वरगदुतसबके अगा हम सुइकार करबै।’