फिलिप्पी 2:4 - कुल्वी4 हर एक आपणै बारै न नैंई, पर दुज़ै रै बारै न भी फ़िक्र केरा। See the chapterबाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 सिधै आपणैं ई बारै निं सोठणअ कि थारी कै ज़रुरत आसा। तम्हैं सोभी करनी होरीए बी गरज़ पूरी। See the chapterईनर सराजी मे नया नियम4 हर एक आपणी ही हिता री नांई, पर दूजे रे हिता री भी चिन्ता करे। See the chapter |