फिलिप्पी 1:1 - गढवली नयो नियम1 मि पौलुस तीमुथियुस का दगड़ी या चिठ्ठी लिखणु छो अर हम मसीह यीशु का सेवक छा। ऊं अध्यक्ष अर सेवकों दगड़ी सभि पवित्र लुखुं कु जु मसीह यीशु मा हवे के फिलिप्पी शहर मा रौंदा छा। See the chapterGarhwali1 हे मेरा भै-बैंणो, मि पौलुस छौं अर मेरा दगड़ा मा तीमुथियुस भै च अर हम दुईया का दुई यीशु मसीह का सेवक छां। अर मि या चिठ्ठी यीशु मसीह पर बिस्वास करण वळा ऊं सब पवित्र लोगु खुणि लिखणु छौं, जु कि फिलिप्पी नगर मा रौनदिन अर बिस्वासी समुदाय का अध्यक्ष, अर सेवा का काम मा मदद करण वळा छिन। See the chapter |
मि, शमौन पतरस, जु यीशु मसीह कु सेवक अर प्रेरित छो, मि तुम सभियूं कु लिखणु छो जु वे कीमती विश्वास तैं बंटदियां जु हम म च, उ विश्वास जु हमारा पिता परमेश्वर अर उद्धारकर्ता यीशु मसीह का द्वारा हम तैं दिये गै, जु हम तैं पिता परमेश्वर का दगड़ी सै ठैरांद, ऊं विश्वासी लुखुं का नौं जौनु हमारा पिता परमेश्वर अर उद्धारकर्ता यीशु मसीह की धार्मिकता ल हमारा जन कीमती विश्वास पै।
जब मिल सूंणि जु मि बट्टी बात कनु छो, त मि वेकी आराधना कनु कु, वे आदिम का संमणी झुकि ग्यों। वेल मि कु बोलि, “मि तैं प्रणाम नि कैर।” मि भस पिता परमेश्वर को एक सेवक छो जन तू छै अर तेरा विश्वासी भयों का जन जु यीशु का द्वारा प्रकट किये गै सच्ची शिक्षाओं पर विश्वास करदींनि अर मणदींनि। भस पिता परमेश्वर ही च जै की त्वे तैं महिमा कन चयणी च। किलैकि परमेश्वर आत्मा च जु पिता परमेश्वर का लुखुं तैं यीशु का द्वारा बतये गै अर सत्य कु प्रचार कना का योग्य बणद।