फिलिप्पी 4:12 - Garhwali12 मि गरीबी की हालत मा गुजर-बसर करण, अर भरपूरी मा भि जीवन जीण जणदु छौं। अर मिन हरेक बात अर हरेक दसा मा रौण भि सिख्यालि, अर जब पुटगी भुरीं रौन्दी या जब भूक लगि रौन्दी तब कन लगदु यू भि मि जाणि ग्यों। अर जब सब कुछ होन्दु या कुछ नि रौन्दु, त यां का बारा मा भि मि भौत अच्छे से जणदु छौं। See the chapterगढवली नयो नियम12 मि भौत थोड़ा मा भि रौंण जंणदु छौं अर जरूरत से भि जादा मा भि रौंण जंणदु छौं, अर हर एक बात मा अर हर हालत मा मिल तृप्त रौंण अर जब मि मा खांणु कम या जादा हो द्वी हालत मा रौंण सिखैले। See the chapter |
हे मेरा दगड़्यों, मि पौलुस यीशु मसीह की तरौं दया करण वळु, अर दीन सभौ को बणि के हमेसा तुम से बिन्ती करदु, मगर तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि इन बुल्दिन कि, “अरे, जब पौलुस तुमरा बीच रौन्दु तब उ बिल्कुल सीदु-सादु बणि के रौन्दु, मगर जब उ तुम से दूर चलि जान्दु त अपणी चिठ्ठीयों मा इन लिखदु जन कि उ तुमतै धमकी देणु होलु।”
अर जब मि तुमरा बीच मा छौ त वे बगत मितैं भौत चीजों की जरुरत छै, मगर मिन तुम लोगु तैं जरा भि परेसान नि कैरी। अर जब मकिदुनिया मुलक बटि कुछ बिस्वासी लोग ऐनी, त वे बगत ऊंन मेरी जरुरतों तैं पूरु कैरी। अर वे बगत मिन पूरि कोसिस कैरी कि मि तुम पर बोझ नि बणु अर अगनै भि मेरी इन्नि कोसिस राली कि मि तुम पर बोझ नि बणु।