फिलिप्पी 3:15 - Garhwali15 इलै हम मा बटि जथगा भि लोग समझदार छिन, ऊंतैं एक जन सोच-विचार रखण चयेणा, अर अगर जु ऊंका सोच-विचार मेल नि खाणा छिन, त पिता परमेस्वर वीं बात तैं तुम पर परगट कैरी दयालु। See the chapterगढवली नयो नियम15 हम सभि जु आत्मिक रूप मा मजबूत विश्वासी मसीह पर विश्वास करदा, उ इन ही सोच अर जु कैं बात मा और कुछ सोच त पिता परमेश्वर वे तैं भि तुम पर प्रगट कैरी द्यायालु। See the chapter |
हे मेरा भै-बैंणो, तुम अपणी सोच तैं छुटा बच्चों की तरौं नि बणा, बल्किन मा समझदार बणा। अर अगर जु तुम बच्चों की तरौं ही बणण चन्द्यां, त बुरै खुणि बणा। अर या बात मि इलै बोन्नु छौं, किलैकि बच्चा कै की बुरै का बारा मा नि सोचदिन। अर जख तक पिता परमेस्वर की खासियत का बारा मा बात च, त तुम लोग स्यांणा लोगु की तरौं सोच रखा।
हे मेरा दगड़्यों, जब मि कैतैं सिखौन्दु, त वे बगत मि मनखि का ज्ञान का मुताबिक बात नि करदु, मगर यीशु मसीह पर बिस्वास कैरिके जु ज्ञान मितैं मिलदु मि वेका मुताबिक ही बात करदु। अर यू सब त वेका पिछनै अटल ह्वेके चलण से मिलदु। अर ना ही मि ईं दुनियां का ज्ञानी अर अधिकारी लोगु का जन बात करदु। पर सुणा, ईं दुनियां का अधिकारीयों को अधिकार खतम होण वळु च।