फिलिप्पी 2:7 - Garhwali7 बल्किन मा सब कुछ छोड़ि के एक मनखि बणि गै, इख तक की एक गुलाम का बराबर ह्वे गै। See the chapterगढवली नयो नियम7 बल्कि वेल अपड़ो सभि कुछ ईश्वरीय अधिकार तैं भि छोड़ दींनि जन बुल्दींनि कि वेल सब कुछ पिछनै छोड़ी दींनि अर सेवक कु रूप धारण कैरी, अर उ मनिख बंणि गै। See the chapter |
किलैकि पिता परमेस्वर न वु काम कैरिके दिखै दिनी, जु काम नियम-कानूनों न नि कैरी सैकी, अर सरील की इच्छा मा ऊंतैं पूरु करण बड़ु कठिन छौ। इलै वेन ये काम तैं पूरु करणु खुणि अपणा पुत्र तैं ईं दुनियां मा एक मनखि का रुप मा भेजि, ताकि एक पापि सरील तैं लेके उ पाप का दण्ड तैं अपणा मथि ले ल्यो, अर हमतै माफी मिली जौ।
अर या बात सच्च च कि जब यीशु मसीह तैं क्रूस पर चड़ये गै, त उ कमजोर लगणु छौ। मगर या बात भि सच्च च कि पिता परमेस्वर न वेतैं अपणी महान ताकत से मुरदो मा बटि ज्यून्द कैरी, अर अब वु सदनि खुणि ज्यून्द च। अर ठिक उन्नि हम भि कमजोर मनखि छां, मगर हमरु रिश्ता यीशु मसीह का दगड़ा मा भौत गैरु च, इलै तुमतै अनुसासन मा लौणु खुणि मि पिता परमेस्वर की ताकत को इस्तेमाल करलु।
अर जन एक खिलाड़ी दौड़ मा अपणी नजर जीत की आखिरी रेखा पर टिकै के रखदु, ठिक उन्नि हम भि यीशु मसीह पर अपणी नजर रखा, अर वेका पिछनै चला, अर वे बटि सीखा कि हमतै परमेस्वर पर कनकै पूरु बिस्वास बणै के रखण चयेणु। हाँ, किलैकि यीशु न वीं खुशी तैं ज्वा कि वेतैं मिलण वळी छै, वींका समणि क्रूस को दुख अर होण वळी बेजती तैं कुछ भि नि समझि, अर अब वु परमेस्वर की राजगद्दी की दैंणी तरफा बड़ा आदर-सम्मान का साथ बैठयूं च।