फिलिप्पी 2:3 - Garhwali3 अर याद रखा, कि यू सब तुम अपणा फैदा अर झूठ्ठी बडै खुणि नि कैरा, मगर नमर बणि के एक-दुसरा तैं अफ से जादा खूब समझा। See the chapterगढवली नयो नियम3 घमण्ड या अहंकार कु कुछ नि कैरा पर दीनता से एक हैंका तैं अफ से अच्छो समझा। See the chapter |
अर हमरु सभौ दिन का उज्याळा का जन हो। हाँ, जन दिन को उज्याळु सभ्यों पर चमकदु, ठिक उन्नि हमरु सभौ भि हो ताकि वेका द्वारा हम सब लोगु खुणि अच्छु सभौ वळा बणि जा। अर नऽ त हमतै मौज-मस्ती करण चयेणी, अर ना ही हमतै नसा करण वळु होण चयेणु। अर नऽ त हमतै गळत सम्बन्ध रखण चयेणा, अर ना भोग-बिलास करण चयेणु, अर नऽ त हमतै कै का दगड़ा मा लड़ै-झगड़ा करण चयेणा, अर ना ही हमतै एक-दुसरा तैं देखि के जलत्यौण चयेणु।
अर मितैं ईं बात की डौऽर च कि कखि इन नि हो कि जब मि तुमरा बीच मा औंऽऽ, त जन मि चान्दु तुमतै उन नि पौं, अर जन तुम मिसे चन्द्यां उन तुम मितैं नि पा। अर मितैं इन भि डौऽर च कि तुमरा बीच मा झगड़ा करण वळा, खार खाण वळा, जल्दी नाराज होण वळा, अपणु ही भलु चाणा वळा, बदनाम करण वळा, झूठ्ठी बात फैलाण वळा, बड़ु मोन करण वळा, अर दंगा करण वळा लोग मौजूद छिन।