4-5 किलैकि जै दिन बटि तुमुन शुभ समाचार तैं सुणी, वे दिन बटि लेके आज तक तुमुन शुभ समाचार तैं फैलाण मा मेरी पूरि मदद कैरी, इलै मि हमेसा अपणी प्रार्थना मा खुश ह्वेके तुम सभ्यों खुणि बिन्ती कनु रौन्दु।
अर मि या बात तुमतै बतै देन्दु, कि जु आनन्द ऊं निन्याणबे लोग का खातिर मणये जान्दु, वेसे भि जादा आनन्द एक पापि मनखि का पापों बटि पस्ताप करण का बगत मा स्वर्गलोक मा मणये जान्दु, हाँ ऊं निन्याणबे लोगु से जादा जौं तैं पस्ताप करण की कुई जरुरत नि च।”
अर पिता परमेस्वर जैकी सेवा मि करदु, वेको पुत्र यीशु मसीह मेरु गवा च किलैकि मि वेको शुभ समाचार लोगु का बीच मा सुणौन्दु। अर मि तुमतै लगातार अपणी प्रार्थना मा भि याद कनु रौन्दु।
इलै मि भि इन चान्दु कि तुम एक-दुसरा से और भि जादा प्यार करा। अर एक मन ह्वेके रा, अर इन सोच रखा कि तुम सभ्या का सभि एक जन ही छाँ, अर अगर जु तुम इन करिल्या त यां से मितैं बड़ु आनन्द मिललु।
किलैकि भौत सा लोगु को चाल-चलन इन्द्रयो च, जौं का बारा मा मिन अकसर तुमतै बतै, अर अब भि मि रुवे-रुवे के तुमतै बतौणु छौं, कि इन्द्रया लोग अपणा चाल-चलन का द्वारा इन साबित कैरी देन्दिन कि जु बलिदान यीशु मसीह न क्रूस पर देई वु वेका दुसमन छिन।
हे मेरा प्यारा भै-बैंणो, मेरु मन तुम लोगु से मिलण को भौत करदु, किलैकि मि तुम से भौत प्यार करदु। अर मि तुम से बिन्ती करदु कि तुम प्रभु का पिछनै इन्नि चलणा रा अर यां मा ही मेरी खुशी च, किलैकि तुम लोग मि खुणि एक मुकुट का रुप मा इनाम छाँ।
अर भले ही मि अभि तुम से दूर छौं, पर मेरु मन तुम पर ही लग्यूं च। अर तुमरा जीवन को अच्छु रंग-ढंग अर मसीह पर तुमरा मजबूत बिस्वास तैं देखि के मि भौत खुश छौं।