क्ओकि, हे विस्वासी भाईओ तुसै इन्दी मेहनत अतै कष्टा जो याद रखदै हिन कि अहै रात-दिन कम धन्धा करदै-करदै अहै तूसु मन्ज प्रमात्मैं रा सुसमाचार प्रचार करू कि असिओ तूसु थऊँ कुछ मंगणै री जरूरत ना पैय्आ।
ऐतना ही ना पर तुहै विस्वासी जो ऐह सखान्दै रैंह कि सो अपणा ध्यान भलै कम करनै मन्ज लाई रखन ताकि जिन्या जो कुछ जरूरत भोआ सो पुरा करी सकन अतै तंयारी जिन्दगी होरी तांयै फायदैमन्द भोआ।