6 अगर जोश रै बारै मन्ज कोई पूछा ता सबी थऊँ ज्यादा कलीसिया जो सताणै बाळा थू, अगर कोई मूसा री व्यवस्था रै पालन रै बारै मन्ज पूछा ता मैंई सब नियमा रा पालन करूरा हा।
“हे पखंड़ी शास्त्री अतै फरीसीयों, तूसु पुर हाय! तुहै कटोरै अतै थाळी जो ऊपरा ऊपरा थऊँ ता मांजदै हिन पर अन्दरा थऊँ काळै अतै वेसवरै हिन।
क्ओकि अऊँ तूसु सोगी बलदा, कि अगर तुहै शास्त्री अतै फरीसी थऊँ ज्यादा बफादार अतै प्रमात्मैं री इच्छा जो पुरा करनै बाळै भोलै ता तुहै स्वर्गा रै राज्य मन्ज दाखल भूच्ची सकदै हिन।”
जकरिया अतै इलीशिबा प्रमात्मैं रै सामणै बड़ै ही धर्मी थियै, अतै तसेरी सबी आज्ञा अतै व्यवस्था पुर सिधै मना सितै चलदै थियै।
तिन्यै ऐह हुणी करी प्रमात्मैं री महिमा करी, फिरी तिनी बल्लू, “हे भाई, तू हेरदा कि यहूदी थऊँ कई हजार मणुऐ विस्वास करूआ; अतै सब व्यवस्था री धूना मन्ज हिन।
ऐसा गल्ला तांयें महायाजक अतै महासभा रै स्याणै गवाह हिन, कि तियां थऊँ अऊँ दमिशक शहर मन्ज रैहणै बाळै यहूदी मणु रै नां री चिट्ठी लेई करी जो चलूरा थू, कि जैड़ै तैड़ी हिन तियां जो भी दण्ड़ दिणै तांयें यरूशलेम जो लेई ईच्छु।
अगर ऐह गवाही दिणा चाहन, ता बचपना थऊँ मिन्जो पच्छैणदै हिन कि अऊँ फरीसी भूच्ची करी अपणै धर्म रै सबी थऊँ खरै पंथ रै अनुसार चलु।
शाऊल कलीसिया जो उजाडु करदा थू, अतै घरा-घरा मन्ज गिच्ची करी मर्दा अतै जनानी जो घसीटी घसीटी के जेला मन्ज पाऊ करदा थू।
पैहलै अऊँ व्यवस्था जो जाणै बिना जिन्दा थू, पर जैहणै व्यवस्था जो जाणी लैऊ, ता मिन्जो पाप करनै री इच्छा पैदा भूई, अतै अऊँ प्रमात्मैं थऊँ दूर भूच्ची गो।
तुहै इन्या जिन्दगी जिय्आ कि तुहै ना यहूदी, ना गैर यहूदी, ना प्रमात्मैं री कलीसिया तांयै समस्या रा कारण भून।
क्ओकि अऊँ प्रेरिता मन्ज सबी थऊँ हल्का हा, बल्कि प्रेरित कहलाणै रै योग्य भी निय्आ, क्ओकि मैंई प्रमात्मैं री कलीसिया रै विस्वासी जो सताऊरा थू।
ताकि तुसै निर्दोष अतै भोळै-भाळै भुच्ची करी टेढै अतै हठिलै मणु मन्ज प्रमात्मैं री निष्कलंक औलाद बणी रैहन। क्ओकि तुसै जिन्दगी रा बचन लेई करी ऐसा दुनिया रै मणु मन्ज जग-मग करदै अम्बरा रै तारै सांईयै हिन।
ताकि अऊँ मसीह सोगी जुड़ी गच्छू; ना कि अपणी तैसा धार्मिकता सितै जैड़ी कि मूसा री व्यवस्था रा पालन करनै थऊँ हा पर तैसा धार्मिकता सितै जैड़ी कि मसीह पुर विस्वास करनै री व्जहा थऊँ हा, अतै प्रमात्मां री तरफा थऊँ विस्वास करनै पुर मुळदी हा।
अऊँ ता पैहलै निन्दा करनै बाळा अतै विस्वासी जो सताणै बाळा अतै निर्दयी व्यवहार करनै बाळा थू, फिरी भी मिन्जो पुर दया भूई क्ओकि मैंई अविस्वासा री दशा मन्ज बिना सोच-विचार ऐह कम करूरा थू।