6 कोईबी बात की चिंत्या मना करो, पण परमेसर को सगळी बात ताँई दिलऊँ धनेवाद करता होया थानै जखो चाए ह बि ताँई बिऊँ अरदास अर बिणती कर माँगता रह्यो।
जद बे थानै पकड़सी जणा थे आ चिंत्या मना करज्यो क थानै इब काँई खेणो ह क्युं क बि घड़ी पबितर आत्मा थानै बतासी काँई खेणो ह।
अर जखा बीज झाड़्या क मांयनै पड़्या अ बा मिनखानै परगट करै जखा परमेसर का बचन सुणै तो हीं पण इ दुनियादारी की चिंत्या अर धन-दोलत को लालच परमेसर का बचनानै भूला देवै ह क परमेसर बाऊँ काँई चावै ह।
काल की चिंत्या मना करो, क्युं क काल ताँई काल किई चिंत्या घणी ह। अर हरेक दिन की चिंत्या बि दिन ताँई घणिई होवै ह।
इ ताँई थे बाकी जंय्यां मना बणज्यो क्युं क थारो परम-पिता थारै माँगबाऊँ पेल्याई जाणै ह क थारी जुर्त काँई ह।
जणा परबु बोल्यो, “मारथा सुण तू बोळी बातानै सोचै ह अर बाकी चिंत्या करै ह।
जणा ईसु आपका चेलाऊँ बोल्यो, “थे थारा जीव की चिंत्या करबो छोडद्यो क थे काँई खास्यो अर किऊँ थारी कायानै ढकस्यो?
अर थे इ बात की चिंत्या मना करो की काँई खास्यो अर काँई पीस्यो।
जणा ईसु चेलानै आ बताबा ताँई की बे रोजकी अरदास करता रेह्वै। अर हिमत नइ छोडीं एक मिसाल दिनी:
जणा पाछै परमेसर आपका टाळेड़ा मिनखानै न्याय कोनी देसी के जखा रात-दिन परमेसर की रो-रो दुहाई दि हीं? बानै न्याय देबा म के बो देर करसी?
तनै जद बुलायो गयो हो बी टेम का के तू दास हो? तू इकी चिंत्या मना करै। पण ज तू अजाद होबो चावै ह तो मोका को फाईदो उठा।
अर म चाऊँ हूँ क थे चिंत्या मना करज्यो। क्युं क एक कुंआरो मिनख परबु क बारां म सोचतो रेह्वै ह क परबुनै कंय्यांसिक राजी करूं।
थे म्हारै ताँई अरदास कर म्हारी मदद करो हो। ओ बिकोई नतिजो ह क म्हानै खतराऊँ बचायो जावै ह। अर बोळानै परमेसर जखो म्हारै ताँई कर्यो ह बिकै बजेऊँ परमेसरनै धनेवाद देबा को मोको मिलै ह।
अर आपणा परबु ईसु मसी का नामऊँ परम-पिता परमेसर को सगळी बाता ताँई सदाई धनेवाद देता रह्यो।
हरेक मोका प अर सगळी बाता म पबितर आत्माऊँ अरदास करता रह्यो अर बंय्यांई सगळा परमेसर का मिनखा ताँई जी ज्यानऊँ अरदास करबा ताँई जागता रेह्ओ।
परमेसर थानै एक सागै एकई काया म स्यांतीऊँ रेह्बा ताँई बुलायो ह, जणा इब थे मसी जखी स्यांती थानै दि ह बिनै थारा हिया म राज करबा द्यो। अर परमेसर को धनेवाद करता रह्यो।
मेरो खेबा को मतबल ओ ह क, थे जोक्यु करो अर बोलो बो परबु ईसु मसी क नामऊँ होणो चाए अर बिका नामऊँई परम-पिता परमेसरनै धनेवाद द्यो।
ध्यानऊँ अरदास करबा म लाग्या रह्यो अर परमेसरनै धनेवाद देता रेह्ओ।
इब सऊँ पेल्या म थारूँ अंय्यां अरज करूं हूँ क, बिणती, अरदास, बिचबचाव अर धनेवाद परमेसरनै सगळा मिनखा ताँई दिओ जावै।
बा जखी सचमई खालीहोइड़ी लूगाई ह जिकै कनै बिकी साळसमाळ करबाळो कोई कोनी, अर जखी परमेसर म आस राखै ह अर रात-दिन अरदास करै ह अर परमेसरऊँ मदद माँगै ह।
बा घड़ी सांकड़ैई ह जद सक्यु नास होज्यासी। इ ताँई स्याणा बणो अर खुदनै बस म राखो जिऊँ थानै अरदास करबा म मदद मिलै।
अर थे थारी सगळी चिंत्या बिनै देद्यो, क्युं क बिनै थारो ध्यान ह।