जणा मोटी बात आ ह क थारा जीवन की उठ बेठ खाली मसी का चोखा समचार जोगी होणी चाए; जिऊँ म थारै बारां म आई सुणू क थे एकई मकसद ताँई खड़्या हो अर एकई मनस्या राख'र चोखा समचारऊँ मिलेड़ा बिस्वास ताँई कड़ी मेनत करतार्यो हो, चाए म थानै आर देखूँ चाए नइ देखूँ,
अर बानै जीवन को चोखो समचार सुणाणो चाए जणा आ सगळी बाता ताँई मनै मसी क ओज्यु आबा का दिन म थार प फकर होसी क चोखा समचारनै फेलाबा ताँई मेरो काम अर भाग-दोड़ अळी कोनी गई।