अर आज म जोक्यु बी हूँ परमेसर की दयाऊँ हूँ, अर बिकी दया मेर ताँई बेकार कोनी गई म दुसरा भेजेड़ा चेलाऊँ बढचढ'र मेनत करी ह। पण आ मेरी काबलीयत कोनी आ तो परमेसर की दया ह।
क्युं क आ परमेसर की दयाई ह क थे बिपै बिस्वास कर्या जणा थानै बचा लिओ गयो। अर ओ थारा करमा की बजेऊँ कोनी पण परमेसर का दान की बजेऊँ होयो ह। जिऊँ इकै बारां म कोई फांप कोनी मार सकै।
परमेसर अर आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता की जे हो। क्युं क परमेसर आपणा प बडी दया दिखाई जणाई बो मसीनै मरेड़ा मऊँ जीवार आपानै नया जीवन की आस ताँई ओज्यु जीवायो ह।