26 अर थारै कनै ओज्यु आबा क बाद मेरी बजेऊँ थानै मसी ईसु प घमंड करबा की ओर बी बोळी बजै मिलसी।
ठिक बंय्यांई थे सगळा बी दुखी हो पण म थारूँ ओज्यु मिलस्युं जणा थारा हिया राजी होसी अर थारी खुसी थारूँ कोई कोनी खोससी।
हाल ताँई थे मेरा नामऊँ क्युंई कोनी माँग्या। माँगो थानै मिलसी जिऊँ थे राजी-खुसी रेह्वो।
जंय्यां क थे म्हानै हाल क्युंक हदताई समजो हो। पण जद परबु ईसु क ओज्यु आबा का दिन थे सगळा म्हारै प गुमान करस्यो जंय्यां म्हें थार प करां हां।
जणा बी म्हें थारै सामै खुदकी बडाई कोनी कर्या। पण थानै एक मोको देवां हां क थे म्हारै प गुमान कर सको। अर जखो मिनख आपकी हिया की बातानै छोडर दिखावटी बाता प गुमान करै ह बानै थे जुबाब दे सको।
क्युं क म बिकै आगै थारी खूब बडाई करी ही, अर इ ताँई मनै निचो कोनी देखणो पड़्यो। पण जंय्यां म्हें थानै सची-सची बोल्या हां, बंय्यांई थारै बारां म म्हारो गुमान तितूस क सामै सचाई क सागै परगट होयो।
मनै थार प पूरो भरोसो ह। मनै थार प बोळो गुमान ह, थारी बजेऊँ म कदैई हिमत कोनी हारूँ, म्हारा दुख मुसीबत म बी म थारी बजेऊँ राजी हूँ।
पण दुखियारानै स्यांती देबाळो परमेसर तितूसनै म्हारै कनै भेजर म्हारी हिमत बंधाई।
पण हरेक मिनखनै खुदका कामा क बारां मई जाच पड़ताळ करनी चाए। क्युं क अंय्यां करबाऊँ बिनै खुदनै गुमान करबा को मोको मिलसी। पण बिनै दुसराऊँ खुदकी बराबरी नइ करबो चाए।
आखीर म, मेरा लाडला बिस्वास्यो, परबु म राजी होता रह्यो। थानै अ बाता ओज्यु मांडबा म मनै तो कोई आट कोनी, अर ज म अंय्यां मांडूँ बी हूँ जणा आऊँ थारो बचावई होसी।
क्युं क सची सुन्नतहाळा तो आपाई हां बे कोनी, क्युं क आपा परमेसरनै बिकी आत्माऊँ ध्यारां हां अर आपा इ जगत की बाता प नइ पण मसी ईसु प गुमान करां हां।
म परबु म बोळो राजी हूँ क अत्ता दिना पाछै थे ओज्यु मेरी चिंत्या करी; म आ कोनी खेऊँ क थे मेरी चिंत्या करबो छोड दिआ क्युं क म जाणू हूँ क थानै इनै दिखाबा को मोको कोनी मिल्यो।
परबु को संगरो राख'र सदाई राजी-खुसीऊँ रेह्ओ, म ओज्यु थानै खेऊँ हूँ, राजी-खुसीऊँ रेह्ओ।