7 पण मूँ हमजूँ हूँ के, ज्यो ज्यो बाताँ मारा नफा की ही, वाँने अबे मूँ मसी का मस मारा वाते कई काम की ने हे।
यद्याँ मनक आका जग ने पा लेवे, अन आपणाँ जीव को नकसाण करे, तो वींने कई फायदो वेई? मनक आपणाँ जीव पाछो पाबा का बदले कई दे सके हे कई?
वो आपणाँ उपरला गाबा छेटी फेंकन उछळ पड़्यो अन ईसू का नके आयो।
“यद्याँ कुई मारा पाच्छे आवे अन आपणाँ बई-बापू, लुगई अन छोरा-छोरी अन भई-बेन अन अटा तईं आपणाँ जीव ने भी माराऊँ प्यारो माने, तो वो मारो चेलो ने बण सके हे।
अणी तरियाँ थाँकामूँ कुई भी ज्यो आपणी हारी चिजाँ ने ने छोड़ देवे, मारो चेला ने वे सके हे।
वणी मालिक वणी अधरमी मुनीम ने सेबासी दिदी, काँके वणी चालाकीऊँ काम किदो हे, अणी दनियाँ का लोग-बाग परमेसर का मनकाँ का वेवारऊँ घणाई चतूर हे।”
जद्याँ वे रोट्याँ खान धापग्या, तो जाँज ने हलको करबा वाते गऊँ फेंक दिदा।
वींने मिसर का धन-दोलतऊँ ज्यादा मसी का हाते बेजत वेणो घणो किमती लागो, काँके वणी परमेसरऊँ मलाबावाळा ईनाम पे ध्यान लगा मेल्यो हो।