“हो कपटी, मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ, थाँने धिकार हे! थें तो प्याला अन थाळयाँ ने उपरे-उपरेऊँ तो मांजो हो पण वीं मयनेऊँ कपट अन हवारतऊँ भरी तकी हे।
काँके मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, यद्याँ थाँकी धारमिकता मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ की भगतीऊँ मोटी ने वेई, तो थाँ हरग का राज में कदी ने जा सको।”
वणा ओ हुणन परमेसर की मेमा किदी, पछे वींऊँ क्यो, “हे भई, थूँ देकरियो हे के, यहूदियाँ मूँ करतईं हजार मनकाँ विस्वास किदो, अन हंगळाईं मूसा का नेमा का नेमा ने आका मनऊँ मानबावाळा हे।
खुद मोटा याजक अन बड़ाबा की सबा भी ईं बात ने साबत कर सके हे। में दमिसक में रेबावाळा यहूदी लोगाँ का वाते अणा लोगाऊँ कागद पायो ताँके मूँ वटे जऊँ अन ईसू ने मानबावाळा लोगाँ ने बन्दी बणान यरूसलेम लऊँ ताँके वाँने दण्ड दे सके।
वीं मने नरई पेल्याऊँ जाणे हे, यद्याँ वीं गवई देणा छावे, तो वे आ गवई दे सके के, मूँ सरुआतऊँ एक फरीसी वेन आपणाँ धरम का हंगळाऊँ खरा पन्त के जस्यान जीवन जियो हो।
अन मूँ वाँका हाते गट-जोड़ऊँ जी सकूँ। मूँ मूसा का नेमा को पालण करबाऊँ परमेसर का हामे सई ने हूँ, पण ईसू मसी पे विस्वास करबाऊँ परमेसर का हामे सई हूँ। अबे परमेसर केवे हे मूँ वाँका हामे सई हूँ, काँके मूँ विस्वास करूँ हूँ।
पेल्याँ मूँ परमेसर का बारामें बुरो बोलबावाळो, वींका मनकाँ ने हताबावाळो अन वाँकी मजाक करबावाळो मनक हो। ईंका केड़े भी मारा पे दया वी, काँके एक बना विस्वासवाळा का जस्यान अणजाण में ईं हाराई में काम किदा हा।