21 ज्यो खुद ने आ हारी बुरी बाताँऊँ छेटी राकी, तो वो खास काम में काम आई, काँके वणी आपणाँ खुदाखुद ने आपणाँ मालिक परमेसर का वाते दे दिदो हे, जणीऊँ वो हरेक भला काम का वाते त्यार किदो तको वेई।
हो मारा प्यारा भायाँ, आपणाँ नके परमेसर को दिदो तको करार हे। ईं वाते थाँ आवो, अन परमेसर को मान करता तका खुद ने पुवितर करबा का वाते खुद की आत्माने अन देह ने मयनेऊँ अन बारणेऊँ हुगली चिजाँऊँ पुवितर करो।
परमेसर हाराई तरियाँ का वरदान दे सके हे, जणीऊँ थाँकी हारी बाताँ अन हरेक टेम में, हारोई ज्यो थाँका वाते जरूरी हे, वो थाँका नके वेवे अन हाराई भला काम का वाते जरूतऊँ हेलो थाँका नके रेवे।
एक मोटा घर में हरेक तरियाँ का ठामड़ा वेवे हे, कुई टिंढका अन चिकणा गारा का बण्या तका, कुई होना अन चाँदी का, कुई खास मोको का वाते अन कुई घर में रोज काम में लेबा का वाते वेवे हे।
आ हाँची बात हे। मूँ छावूँ हूँ के, अणी मामला में थूँ खासतोर जोर देन के, जणीऊँ परमेसर पे विस्वास करबावाळा भला काम करता रेवे। ईं बाताँ मनकाँ का वाते हव अन नफा की हे।
अबे जद्याँ थाँ हाँच ने मानता तका, हाँचा भईचारा का परेम ने बताबा का वाते आपणी आत्माने पुवितर कर लिदी हे, ईं वाते थाँ एक-दूँजा में पुवितर मनऊँ परेम करबा की मनसा बणालो।
यो ईं वाते व्यो, ताँके थाँको यो विस्वास ज्यो वादी में पाक्या तका होनाऊँ भी मुगो हे, जद्याँ परबू ईसू मसी आई, तो ईं विस्वास का वजेऊँ थाँने परमेसर का आड़ीऊँ बड़ई, मेमा अन मान मली।