काँके जद्याँ आपाँ परमेसर का दसमण हा। तो परमेसर आपणाँ बेटा की मोतऊँ आपणो मेल-मिलाप खुदऊँ किदो। अन जद्याँ अबे आपणाँ मेल-मिलाप वेग्यो हे तो वाँका जीवनऊँ आपाँ काँ ने बंचाया जावा?
वाँ बात परमेसर जिंका पे परगट करणो छारिया हो, वाँने ध्यान वीं जावे के, वीं परमेसर की मेमा को मोल हाराई मनकाँ में कई हे, अन वाँ बात आ हे के, मसी ज्यो मेमा की आस हे वाँ थाँकामें बणी तकी रेवे हे।
हो भायाँ-बेना, माँ छावाँ हाँ के, थाँ मरिया तका विस्वासी भायाँ का पाच्छा जी उठबा का हाँच ने जाणो, जणीऊँ थाँ बना विस्वास करबावाळा के जस्यान दकी ने वेवो, ज्याँका नके आस ने हे।
पण परमेसर का घराणा में मसी तो एक बेटा का रूप में विस्वास करबा के जोगो हे, अन यद्याँ आपाँ हिम्मत राका अन वीं आस पे विस्वास बण्यो तको राका हा, तो आपींइस वींको घराणो हा।
थाँ भी मसी का वजेऊँईस परमेसर पे विस्वास करो हो, जणा वाँने मरिया तका मेंऊँ पाछो जीवतो कर दिदो अन वींने मेमा भी दिदी। ईं वाते थाँको विस्वास अन थाँकी आस परमेसर में गाटी बणी तकी रेवे।
काँके थाँ नुवो जीवन पायो हे, अन थाँको यो नुवो जीवन मनकाँ का आड़ीऊँ कोयने, जिंको अंत वेवे हे, पण यो जीवन तो परमेसरऊँ आयो हो, जिंको अंत किदी ने वेवे हे। काँके थाँ परमेसर का बचना पे विस्वास किदो हे ज्यो हमेस्यान जीवतो अन अटल रेवे हे।
वो पाणी भी बतिस्मा का जस्यान हे, जणीऊँ अबे थाँ बंचाया जावो हो। अणी बतिस्मा को मतलब यो कोयने के, देह को मेल धोयो जावे, पण मन ने पुवितर करन खुद ने परमेसर का आड़ी फेरणो वेवे हे, काँके ईसू मसी मरिया तका मेंऊँ पाच्छा जीवता किदा ग्या हा।
काँके पेला का जुग में जो पुवितर लुगायाँ ही, वीं परमेसर में आस राकबावाळी ही, वीं खुद भी परमेसर की मरजी का जस्यान सजती-धजती ही। अन आपणाँ-आपणाँ धणी का क्या में रिया करती हे।
हो मारा प्यारा भायाँ, एक-दूजाऊँ परेम करो। काँके परेम परमेसर का आड़ीऊँ आवे हे अन ज्यो भी परेम करे, वो परमेसर का बेटा-बेटी बण जावे हे अन परमेसर ने जाणे हे।