फेर जद्या पौलुस न्अ तोल पड़यो क बाम्अ सुं आधा मनख तो सदूकी छ अर आधा फरीसी तो जोरसुं खियो, “ह भाईवो म फरीसी छु एक फरीसी को छोरो छु। मरया पाछ्अ फेरू जीवतो होबा की म्हारी आस की बजेसुं म्हारअ उपरअ मुकदमो चलायो जार्यो छ!”
यो बोई बचन छ जिन्अ म्हाकी बारा जात्या रयात दन चतमन सुं परमेसर की सेवा करता होया, पाबा को भरोसो रखाण्अ छ। ह माराज, ई भरोसा की बजेसुं यहूदी म्हारअ उपरअ दोष लगारया छ।
अब जीत को मुकुट म्हारी बाठनाळर्यो छ। उं दन सांचो न्याऊ करबाळो परबु मन्अ जीत को मुकुट फरावलो। मन्अ ई नही पण वां सबळा न्अ बी ज्यो परेम सुं उंका आबाकी बाठनाळरया छ।