म्हारी मंसा अर आसा याई छ क म कद्या बी नरास कोन्अ होउं पण पूरी हिम्मत रखाणु। जस्यान मसी की महमा सदाई म्हारी काया सुं होव्अ छी वस्यानई अब बी होती रेव्अ। छाये म जिऊ छाये मरूं।
थां सबळा का बारा मं म्हारो अस्यानको बच्यार सई छ क्युं क थे सबळा म्हारा मन मं बस मेल्या छो। अर जद म सांकळा सुं बन्धेड़ो छु या फेर चोखा समचार न्अ साबित अर पक्को करबा मं लागर्यो छु, थे म्हारी लार परमेसर की दियेड़ी सेवा मं सीरी छो।