ई बात की गवाही महापुरोहित और सियानन की बैठक दे सकत आय; मैंने भाईयन के नाओं पाती लई और ई मतलब से दमिश्क हां चलो, कि उते के लोगन हां बन्दी बना के दण्ड दिलाबे यरूशलेम लै जाओं।
कायसे बे मोरे बारे में बिलात पेंला से जानत आंय, की मैंने अपने धरम के सब से कट्टर सोच के अनसार फरीसी होकें जीयत रओ, अगर बे चाहें तो ई बात की गवाह भी दे सकत आंय।
कि तुम ई संसार में बिन दोस के सूदे सादे परमेसुर के जने होकें ई बुरई और टेढ़े संसार में बिन पाप बने रओ, (उन मान्सन के बीच जिन्हें तुमें जीवन की बातें बता के, मानो एक जलत भओ दिया जैसे आव)।