28 ऐई से मैंने ऊहां पठैबो चाहो कि तुम ऊसे जुड़ के खुस हो, और मोरो मन सोई ठंड़ो होबे।
तब इस्राएल ने यूसुफ सें कई, “मोहों आसा नें हती कि मैं तोरो मों फिन हेर पाहों; परन्त हेर, यहोवा परमेसुर ने मोहों तोरो बंस भी दिखाओ आय।”
ई लाने तुम हां भी अबै तो दुख आय, पर मैं तुम से फिन मिल हों और तुमाए मन खुस हुईयें; और तुमाई खुसी हां कोई तुम से छिना नईं लै है।
बे खास ऊ बात से दुखी हते, जौन ऊ ने कई हती, की तुम मोरो मों फिन न हेर हौ; और उन ने ऊहां जहाज लौ पोंचाओ।
जा बात मैंने तुम हां ईसें लिखी, कि ऐसो न होबे, मैं जब आओं तो जिन से मोरो जी ठण्डो होबो चईये, उनई से मोरो जी टूटे; कायसे मैं जौ जानत आंव, कि जौन बात से मोरो जी ठण्डो होत, ओई तुमाओ सब कौ हाल आय।
सो तुम ऊसे खुसी से भेंट करियो, और ऐसे मान्सन को मान राखियो।
और तेंने जौन मन से सेवा करी आय, ऊकी याद रात दिना करत आंव और मोरो मन भरो आय।