इत्तो करौ कि तुमाओ जीवन सुसमाचार की बातन जैसो होबै, और चाहे मैं आओं और न आओं मोहां पता चलै, कि तुम एकई मन के बने आव और एक होकें पिरभू की बात दूसरन लौ बताबे में लगे रैत आव।
फिलिप्पियों के रैबेवारे जौ अच्छे से जानत आंय, कि परचार करत जब मकिदुनिया से चलो तो पईसा के लैबे दैबे में कोई मण्डली ने मोरी मदद नईं करी, परन्त तुम ने मोरी कमी पूरी करी।
ई लाने जब इतने सबरे जनों की गवाह हम जानत आंय, तो अब सबरी रोकबेवारी बस्तन और उलझाबेवारे पाप और बुरई बातन हां छोड़ के, जैसी दौड़ हम हां दौड़ने आय ऊहां संभल के दौड़ें।