26 सो मोरे फिन के तुमाए बीच आबे से तुमाओ आनन्द और भी बढ़े, और तुम पिरभू यीशु मसीह में और भी बढ़त जाओ।
ई लाने तुम हां भी अबै तो दुख आय, पर मैं तुम से फिन मिल हों और तुमाए मन खुस हुईयें; और तुमाई खुसी हां कोई तुम से छिना नईं लै है।
अब लौ तुम ने मोरे नाओं से कछु नईं मांगो; मांग हौ तो तुम हां मिल है जीसे तुमाई खुसी पूरी हो जाए।
जैसो तुम में से किेत्ते जनों ने मान लओ आय, हम से तुमाई बड़वाई भई आय; और तुम सोई पिरभू यीशु के दिना जो फिन आहै तुम से हमाई बड़वाई हुईये।
अकेले हम तुमाए सामूं अपनी बड़वाई नईं करत, अकेले जो बात आय तुम उनहां बड़ी सान से बताओ, जौन मन में तो नईं, अकेले दिखाबेवारी बातन हां मानता देत आंय।
कायसे मैंने ऊके सामूं तुमाए लाने बड़वाई करी, तो ऊहां लाज नईं आई, अकेले जैसे हम ने सबरी बातें सांची सांची कै दईं, ऊंसई हमाई बड़वाई करबो तीतुस के सामूं सांची कड़ी।
मैं बड़ी हिम्मत से कैत आंव, कि मोहां तुम पै बड़ो धमण्ड आय: मोरो मन सान्ति से भर गओ आय; अपने सबरे पिराते में मोरो मन खुसी से बेचैन आय।
अकेले सूदे लोगन हां चैन दैबेवारे परमेसुर ने तीतुस के आबे से हम हां चैन दओ।
अकेले जनें अपने काम हां जांचे, दूसरे के लाने नईं अकेले अपने हां बड़वाई करबे को मौका हुईये।
सो भईया हरौ, पिरभू में सुखी रओ: जे बातें तुम हां लिखे से मोहां कछु नईंयां, जे बातें तुमाए भले को आंय।
कायसे हमाओ खतना भओ, हम परमेसुर की आत्मा मैं होकें ध्यान करत आंय, और पिरभू की जय मानत आंय अपनी नईं।
मैं पिरभू में बहुतई खुस आंव बिलात दिना के बाद तुम हां मोरी याद फिन के आई; पेंला सोई तुम हां चिन्ता हती, परन्त तुम जा चिन्ता न दिखा पाए।
पिरभू में हमेसा खुस रओ; मैं फिन कैत आंव कि खुस रओ।