20 मोरे मन की जा चाहना आय, कि मैं कभऊं नेंचो न हेरों, परन्त हिम्मत धरों कि पिरभू की बड़ाई मोरी देह से होत रैबे, जैसो अबै होत आय, चाहे मैं जीओं और चाहे मर जाओं।
मैं अपने प्राण हां कोऊ भी तरहां अपने लाने प्यारो नईं समझत आंव, अगर समझत आंव, तो केवल ई लाने की में जीवन हां और ऊ काज हां, जौन मोय प्रभु यीशु मसीह से मिली आय, पूरी करों, यानि मैं परमेसुर के आसीस के सन्देसे की चित्त लगा के गवाही देओं।
तब पौलुस ने कई, तुम जौ का कर रए आव, की रो रो के मोरे मन हां तोड़ रए आव, मैं तो प्रभु यीशु के नाओं के लाने यरूशलेम में न केवल बांधे जाबे, पर मरबे हां सोई तैयार आंव।
ई लाने हे भईया हरौ, मैं तुम हां परमेसुर की दया की याद करा के बिन्तवाई करत आंव, कि अपनी देयां हां जीयत, और पवित्तर, और परमेसुर हां साजो लगबेवारो बलिदान कर के चढ़ाओ: जाई तुमाई आत्मिक सेवा आय।
और न अपने अंगों को अधरम कौ हथियार होबे को सौंपो, पर अपने आप हां मरे भयन में से जी उठो भओ जान के परमेसुर हां सौंपो, और अंगों को धरम के हथियार होबे के लाने परमेसुर हां सौंपो।
मैं तुमाई देयां की कमजोरी के काजें मान्सन की रीत पे कैत आंव, जैसो तुम ने अपने अंगों को बुरए काम के लाने दलिद्दर और बुरए काम के चाकर कर के सौंपो हतो, ऊंसई अब अपने अंगों को पवित्रता के लाने धरम के चाकर कर के सौंप दो।
ब्याओवारी और बिना ब्याओवारी में सोई भेद आय: बिना ब्याओवारी पिरभु के सोच में रैत आय, कि बो देयां और आत्मा दोईयन में पवित्तर होबै, परन्त ब्याओवारी संसार के सोच में रैत आय, कि अपने मन्सेलु हां खुस राखै।