13 इते लौ कि रोम के राजा कैसर की पूरी पलटन वारन हां जौ पता आय, कि मैं पिरभू यीशु मसीह के लाने ई जेहल में आंव।
पौलुस ने कई, परमेसुर करे, चाए तनक या बिलात बेरा में, न केवल तें, पर बे सबरे सोई जौन आज मोरी सुन रए आंय, इन बंधनों हां छोड़, बे मोरे घांई हो जै हैं।
और अलग जाके एक दूसरे से बतकाव करके जौ कहन लगे, जौ तो ऐसो कछु भी नईं कर रओ आय, जीसे मृत्युदण्ड या जेलखाने में डालबे लाक होय।
फिन ऐसो भओ, की तीन दिना के बाद ऊ ने यहूदियन के मुखिया लोगन हां टेरो, जब बे जमा भए, तो ऊ ने उन से कई; भईया हरौ, मैंने अपनी जात या अपने पुरखन के रीति रिवाज के बिरुद्ध कछु नईं करो, फिन भी मैं यरूशलेम से कैदी बनाके रोमियन के हाथन सौंप दओ गओ आंव।
ऐई काजें मैंने तुम हां बुलाओ आय, की तुम लोगन से मिलूं और बतकाव करों; कायसे इस्राएल की आसा के काजें, मैं ई सांकलन से बंधो भओ आंव।
पौलुस अपने भाड़े के घर में दो बरस लौ रहो।
ऐईसे में पौलुस जौन तुम अन्य जातियन के काजें मसीह यीशु को दास आंव।
मैं जौन पिरभू में बंधुआ आंव तुम से बिन्तवाई करत आंव, कि जी काजें तुमाओ बुलऊ आ भओ आय, ऊ की जैसी चाल चलो।
कि जब मैं बचन हां बड़ी हिम्तत से, बिना डर के सुनाओं।
और जैसो काम तुम ने मोहां करत तको आय ऊं सई तुम सोई करौ, तुम अबै सोई सुनत आव, कि मैं ऊं सई काज करत जात आंव।
मैं एैसई तुम सब के लाने सोचत आंव, कायसे तुम सबरे जनें मोरे हिये में बसे आव, और चाहे मैं इते जेहल में आंव और सुसमाचार हां प्रचारत आंव तुम सबरे जनें मोरे संग्गै ठांड़े आव।
और सब बिसवासी जनें, और राजा कैसर के घर से तुम हां नमस्कार कैत आंय।
उनईं बातन पै मैं बुरय मान्सन जैसो दुख उठा रओ आंव, इते लौ कि जेहल में आंव; परन्त परमेसुर कौ बचन खुलो आय।