का ओई ने खुद मोए सें नईं कई, ‘बा मोरी बहन आय?’ और ऊ बईयर ने भी खुद कई, ‘ऊ मोरो भईया आय;’ मैंने तौ अपने मन के खरेपन और अपने ब्योहार की सच्चाई सें जौ काम करो।”
तब ऊने मुड़के पतरस से कई, हे शैतान मोरे सामने से दूर हो: तें मोरे लाने ठोकर कौ कारन आय; कायसे तें परमेसुर की बातन पे नईं, पर मान्सन की बातन पे मन लगात आय।
और ई संसार के जैसे न बनो; पर तुमाए समज के नए हो जाबे से तुमाओ चाल सोई बदलत जाबे, जी से तुम परमेसुर की साजी और भावती, और सिद्ध अभलाखा अनुभव से मालूम करत रओ।
सो हे भईया हरौ, मैं तुम से बिन्तवाई करत आंव, कि जौन मान्स ऊ सीख के बिरुद्ध जौन तुम ने सीखी आय, फूट डालबे और ठोकर खिलाबे के काजें कछु करें, उन हां ताड़ लए करे; और उन से दूर रओ।
कायसे हम अपने हिये की जा बात मानत आंय, कि और ऊ पै बड़वाई करत आंय, कि संसार में और तुमाए बीच हमाई चाल परमेसुर को भाबेवारी पवित्तर और सांची हती, और ऐसो संसार के ज्ञान से नोंई, अकेले परमेसुर की दया से भई।
कायसे हम बिलात जनों जैसे नईंयां, जौन परमेसुर की बातन में कछु दूसरी बातें जोड़ देत आंय; अकेले हिये से, परमेसुर की बातें परमेसुर हां मानो सजीव देखत मसीह में कैत आंय।
ई लाने अब यहोवा परमेसुर कौ डर मानकें ऊकी सेवा खराई और ईमानदारी सें करो; और जौन देवतन की सेवा तुमाए पुरखा महानदिया के ऊ पार और मिस्र में करत हते, उनहों दूर करके यहोवा परमेसुर की सेवा करो।
कि तोरे कामन हां, और पूरी मेहनत, और तोरो धीरज जानत आंव; और जौ भी कि तें बुरय लोगन हां नईं चाहत; और जौन अपने आप हां प्रेरित कहत आंय, पर हैं नईंयां, उन हां तेंने परख के लबरा पाओ।