मेरी जान कोई लेवै कोनी पण मैं अपणै आप इनै आपगी इच्छा ऊं बिनै देऊं हूं। मेरै कनै इनै देण गो अधिकार है अर पाछी लेण गो बी अधिकार है। ओ आदेस मेरै पिता परमेसर दियो है।”
एक आदमी परमेसर गी आग्या तोड़ी अर बिंगै कारण भोत लोग पापी बणग्या। बिंयाई एक दूसरै आदमी परमेसर गी आग्या पालण करण गै कारण भोत लोग परमेसर गी नजर में निरदोस बणग्या।
मसी म्हारै सराप नै आपगै उपर लेगे नेम विधान गै सराप ऊं आपां नै छुड़ा लिया क्यूंकै पवितर सासतर में इंया लिख्यो है कै, “झिको कोई काठ पर लटकायो जावै बो सरापित है।”
झिकै आपणै खातर अपणै आपनै करूस पर बलिदान कर दियो कै आपां पाप ऊं मुकत होज्यां अर बिंगी रजा में चालण आळा खास लोग बणगे भला-भला काम करण में सदां तैयार रेंवां।
अर बिस्वास गै करता अर सिद्ध करण आळै यीसू पर हमेसा ध्यान लगाये राखां। क्यूंकै झिको आनंद बिंगै आ'गै हो, बिनै बण बिना सरम करे करूस गो दुख उठा लियो हो। अर परमेसर गी दाहिणी ओर न्याय गै सिंहासन पर जा बेठयो।
आपणै पापां नै बण आपगै उपर ले लिया अर बण अपणै आपनै करूस पर चढागे आपां नै पापां ऊं बचा लिया अर आपां नै आच्छी तरियां रेण खातर मदद करी। बिंगै सारा दुख झेलण ऊं आपां ठीक होया।