फिलिप्पियन 2:2 - Bagheli Bible2 त हमार इआ आनन्द पूर करा, कि सब कोऊ एक मन रहा, अउर एक प्रेम माहीं बँधे रहा, अउर एक चित्त रहा, अउर एकय बिचार रक्खा। See the chapter |
अउर हमार पंचन के, केबल तीतुस के आमँइ भर से ढाढ़स नहीं बँधा आय, बलकिन हमार पंचन के एसे अउर अधिक ढाढ़स बँधा हय, कि तूँ पंचे उनहीं केतना उत्साहित किहा तय। तीतुस हमहीं पंचन काहीं इआ बताइन, कि तूँ पंचे दुखी हया, अउर हमसे पंचन से मिलँइ के खातिर केतना ब्याकुल हया, अउर तोंहईं पंचन काहीं हमार पंचन के केतनी चिन्ता ही, इआ बात काहीं सुनिके हम पंचे अउर जादा खुसी भएन।