फिर मए चार जिन्दा प्राणीनके और चौबिस धर्मगुरुनके बीच सिंहासनके ढिँगै एक थुमाके ठाणो देखो, थुमामे बलिदानको चिन्हा रहए। बक सात सिंग और सात आँखी रहएं; जे परमेश्वरके सात आत्मा हएं जो पुरो पृथ्वीमे पठाए गए हएं।
“आमेन! हमर परमेश्वर, हम हमेसा तुमर महिमा करत हएं, तुमके धन्यबाद और सम्मान देत हएं! हम मान्त हएं, कि तुम पुरा रितिसे ज्ञानवान हओ, और शक्तिसाली हओ, जो हमेसाके ताहीं सब कामनके करनमे योग्य हओ! आमेन!”