हर कोइ जानत हए, कि तुम कित्तो अच्छेसे प्रभुको आज्ञा मानत हओ; जहेमारे मए तुमर बारेमे आनन्द करत हओं; पर मए चाँहत हओं, कि जो असल हए बाके ताहीं तुम बुद्धिमान होबओ, और जो खराब हए बामे निर्दोष रहाबओ।
हर समय ख्रीष्टके सन्देशके बारेमे सोँचओ। ताकी जा बे सबके नियन्त्रण करए, जो तुम करत और सोँचत हओ। और सिद्ध ज्ञान सहिँत एकदुस्रेके सिखाओ, और सल्लहा देओ। और अपने-अपने मनमे धन्यबादके सँग परमेश्वरके ताहीं भजन, स्तुति और आत्मिक गीत गाओ।
ताकी बे आदमी जो बिश्वास नाए करत हएं, बे देखएं कि तुम हर दिन कैसे ब्यबहार करत हओ, और देखके तुमके आदर करएं। तओ तुमके अपन जरुरतके पुरा करनके ताहीं कोइमे निर्भर नाए होन पणैगो।
पर जो ज्ञान परमेश्वरसे आतहए, बो त पहिले पबित्र होतहए; फिर शान्ति देन बारो, कोमल, सुधो, कृपापूर्ण, और अच्छो फलसे भरो भओ, बिना भेदभाबको और बिना कपटको होतहए।