3 जैसी की सास्त्र कहथै, “तुम अपने ताहीं चखे हौ कि प्रभु कित्तो अच्छो है।”
3 काहेकी जैसे पबित्र-शास्त्रमे लिखो हए, “तए अनुभव करो हए, कि प्रभु भलो हए।”
लेकिन जब हमरो उद्धारकर्ता परमेस्वर की दयालुता और प्रेम प्रकट भौ,