33 बे जबाब दईं, “गुरुजी, हम चाहथैं कि तैं हमैं आँखी कि जोती दे!”
33 बे बासे कहीं, “हे प्रभु, हमर आँखी खोलदेओ”
तौ ईसु ठाड़कै उनकै बुलाई और कही, “तुम का चाहथौं कि मैं तुमरे ताहीं करौं?”
ईसु तरस खाएकै उनकी आँखी छुइ और बे तुरंतै देखन लगे, और बाके पच्छू हुई लईं।