अगर कोई अधिकारी तुमरे खिलाप मुकदमा करथै और तुमकै अदालत मैं लै जाथै, तौ तुम अदालत मैं जान से पहलेई खुदकै छुड़ान की पूरी कोसिस करौ; अगर तुम ना निपटागे, तौ तुमकै न्याई के सामने खींच लौ जागो, जो तुमकै सिपईय्या कै सौंप देगो, और तुमकै कैदखाना मैं डार दौ जागो।